5 EASY FACTS ABOUT पारद शिवलिंग महत्व DESCRIBED

5 Easy Facts About पारद शिवलिंग महत्व Described

5 Easy Facts About पारद शिवलिंग महत्व Described

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पारद शिवलिंग से सिर्फ भगवान शिव का ही आशीर्वाद प्राप्त नहीं होता बल्कि माता लक्ष्मी की कृपा भी बरसती है।

पारे, चाँदी और जड़ी बूटी को मिलाकर के जो शिवलिंग बनता है, वह पारद शिवलिंग कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार, भगवान शिव को पारा बहुत प्रिय है और उनके इस शिवलिंग की पूजा करने का विशेष महत्व है।।

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शिवलिंग को महादेव का निराकार स्वरूप माना जाता है. शिवलिंग ऊर्जा का भंडार है. इसलिए इसकी पूजा के लिए विशेष नियम बनाए गए हैं.

"All the things was so easy. I couldn't think that two days afterwards I was watching my new truck - in my own driveway."

अच्छे अवसर हाथ से क्यों निकल जाते हैं?: एक आलसी शिष्य को उसके गुरु ने पारस पत्थर दिया और कहा कि दो दिन में जितना चाहे, उतना सोना बना लो, तुम्हारा जीवन सुधर जाएगा

ह्या जन्मी पारद शिवलिंगाची पूजा केल्याने मागील जन्मो जन्मी ची सर्व पापे दूर होऊन ह्या जन्मी ची सुद्धा कष्ट मिटविण्याची शक्ती पारद शिवलिंगामंध्ये आहे.

इस शिवलिंग की स्थापना आप सोमवार या चंद्र के किसी भी नक्षत्र यानि रोहिणी, हस्त या श्रवण नक्षत्र में कर सकते हैं।

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पारद शिवलिंग ज्या घरात असेल तेथे अकाल मृत्यू चे भय राहत नाही.

Siddh Parad Shivling/Energized Shivling (पारद शिवलिंग) : Siddh Parad Shivling when worshipped with suitable treatment, perception, and enthusiasm can help human beings bodily, spiritually, and psychologically. Also shields individuals from natural calamities, disaster, exterior evil outcomes. Many of the reference in the ancient texts of Ayurveda and mythological origins which justifies this belief is as follows. It truly is mentioned and believed in several texts that if a Siddh Parad Shivling is placed and worshipped in the home, society, or maybe a temple.

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